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लोकसभा में गरमाया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ विवाद: अमेरिका के दबाव की बात

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ऑपरेशन सिंदूर मुख्य बिंदु

राजनाथ सिंह और एस. जयशंकर ने अमेरिका के दबाव की बात सिरे से खारिज की

गौरव गोगोई ने लोकसभा में उठाया ट्रंप का दावा – “पीएम मोदी ने किसके आगे घुटने टेके?”

भारत ने कहा – पाकिस्तान ने खुद युद्धविराम का प्रस्ताव दिया

ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं, सिर्फ विराम: सरकार

अमेरिका के साथ व्यापार और ऑपरेशन सिंदूर का कोई लेना-देना नहीं: जयशंकर


🇮🇳 लोकसभा में सरकार का स्पष्ट बयान – “ऑपरेशन सिंदूर को रोका नहीं गया है”

सोमवार को लोकसभा में एक गरमा-गरम बहस के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को अमेरिका के किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं रोका गया है।
उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन अपने राजनीतिक और सैन्य उद्देश्य को पूरा कर चुका है और इस समय केवल विराम दिया गया है, समाप्त नहीं किया गया।

पाकिस्तान को दिया गया सख्त संदेश

राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा,

हमारा उद्देश्य पाकिस्तान को यह दिखाना था कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। हमने उन्हें सैन्य और कूटनीतिक दोनों स्तरों पर सख्त जवाब दिया है।”

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अगर फिर कोई “शरारत” करता है, तो भारत और भी ज्यादा निर्णायक और कड़ा जवाब देने को तैयार है।


कांग्रेस का हमला – ट्रंप के बयान को लेकर केंद्र को घेरा

कांग्रेस सांसद और उपनेता गौरव गोगोई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान का हवाला देते हुए पूछा:

प्रधानमंत्री मोदी ने किसके सामने आत्मसमर्पण कर दिया? क्या वाकई ऑपरेशन अमेरिका के दबाव में रोका गया?

गोगोई का यह बयान तब आया जब ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार के माध्यम से सीज़फायर लागू करवाया।


विदेश मंत्री का जवाब – “ट्रेड और ऑपरेशन में कोई संबंध नहीं”

एस. जयशंकर ने दो टूक कहा कि भारत और अमेरिका के बीच किसी भी बातचीत में व्यापार और ऑपरेशन सिंदूर का कोई लिंक नहीं था।
उन्होंने ट्रंप के दावे को पूरी तरह से ग़लत और भ्रामक करार दिया।

जयशंकर ने कहा:

भारत अपनी विदेश नीति में पूरी तरह से आत्मनिर्भर है। कोई भी देश हमें किसी सैन्य रणनीति पर निर्देश नहीं दे सकता।”


ऑपरेशन सिंदूर: अब तक का घटनाक्रम

तारीख घटनाक्रम

12 जुलाई ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
15 जुलाई पाकिस्तान की ओर से भारी नुकसान
19 जुलाई पाकिस्तान की ओर से सीज़फायर प्रस्ताव
21 जुलाई भारत ने ऑपरेशन पर ‘विराम’ लगाया
28 जुलाई ट्रंप का बयान – “मैंने सुलह करवाई”
29 जुलाई लोकसभा में बहस और सरकार की प्रतिक्रिया


क्या कहती है रणनीति?

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत ने इस ऑपरेशन के जरिए सीमित सैन्य बल का उपयोग कर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।

अमेरिका की ओर से कोई प्रत्यक्ष दबाव था, इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।

अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ता भी अभी ‘संवेदनशील दौर’ में है, ऐसे में यह दावा करना कि ट्रंप ने दबाव डाला, राजनीतिक रूप से ज्यादा प्रतीत होता है।


विपक्ष की चिंता: कहीं अमेरिका से समझौता तो नहीं?

कांग्रेस के कुछ नेताओं ने यह आशंका भी जताई कि भारत ने अमेरिका के साथ व्यापारिक लाभ के लिए सुरक्षा नीति से समझौता किया।
हालांकि सरकार ने स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा को लेकर कोई भी समझौता नहीं किया गया है, और यह संपूर्ण रूप से भारत का निर्णय था।


निष्कर्ष: मुद्दे पर सरकार स्पष्ट, पर राजनीतिक घमासान जारी

जहां एक ओर केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर को “पूरा कर विराम दिया गया” है, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस पर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश में लगे हैं।

सच्चाई क्या है, यह तो समय के साथ सामने आएगी, लेकिन फिलहाल सरकार ने ट्रंप के दावे को सिरे से खारिज करते हुए भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता का बचाव किया है।

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यह लेख केवल सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। इसमें दी गई सभी जानकारियाँ विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित हैं, लेकिन DigitalNewsTak इसकी पूर्ण सत्यता की जिम्मेदारी नहीं लेता। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी निर्णय से पहले स्वयं सत्यापन करें। इस लेख का उद्देश्य किसी संस्था, व्यक्ति या सरकार की छवि को ठेस पहुँचाना नहीं है।

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Prashant srivastava

प्रशांत श्रीवास्तव Digital News Tak के संस्थापक हैं। यह एक भरोसेमंद हिंदी समाचार प्लेटफॉर्म है, जहाँ पाठकों को देश-दुनिया की ताज़ा घटनाएं, मनोरंजन समाचार और ताज़ा खबरें हिंदी में सबसे पहले और सटीक रूप से मिलती हैं। Digital News Tak आज लाखों लोगों की पसंदीदा जगह है भरोसेमंद हिंदी समाचारों के लिए।

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