दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) ने एक नई पहल की शुरुआत करते हुए अपने नरेला कैंपस में रिसर्च पार्क स्थापित करने की घोषणा की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रतीक शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई बड़े ऐलान किए, जिनमें डिजिटल शिक्षा का विस्तार, वैश्विक सहयोग, और नई तकनीकी शिक्षा योजनाएं शामिल हैं। यह सब पहलें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप हैं और DTU को एक समावेशी, नवाचारी और भविष्य के लिए तैयार शिक्षण संस्थान के रूप में स्थापित करने के लिए की जा रही हैं।
कुलपति ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय पांच गांवों में कंप्यूटर साक्षरता अभियान शुरू करेगा ताकि डिजिटल समावेशन को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा,
“हमारा लक्ष्य है कि ज्ञान हर एक तक पहुंचे। कई छात्र ऐसे होते हैं जो सिर्फ प्रवेश परीक्षा नहीं पास कर पाने के कारण अच्छी शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। हमारा प्रयास है कि हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सबके लिए सुलभ बनाएं।”

वैश्विक साझेदारियों से मिलेगा अंतरराष्ट्रीय अनुभव
DTU ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन (University of Houston) के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत छात्र एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू होंगे। साथ ही, साउथ एशियन यूनिवर्सिटी (SAU) के साथ भी एक अकादमिक साझेदारी की गई है, जिससे क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
NEP 2020 के अनुरूप नए कोर्स और विभाग
DTU ने तीन नए B.Tech प्रोग्राम लॉन्च किए हैं, जो भविष्य की मांगों के अनुसार तैयार किए गए हैं:
- सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
- डेटा एनालिटिक्स
इसके अलावा एक इंटरडिसिप्लिनरी डिपार्टमेंट ऑफ जियोस्पेशियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी की स्थापना भी की गई है।
प्रो. शर्मा ने कहा,
“NEP का मूल उद्देश्य है कि हर छात्र के लिए ऐसा पाठ्यक्रम हो जो उसकी क्षमता और रुचि के अनुसार हो। हम इंडस्ट्री से सहयोग कर रहे हैं ताकि शिक्षा और नौकरी के बीच की दूरी को खत्म किया जा सके।”
औद्योगिक सहयोग और R&D को बढ़ावा
DTU में एक उन्नत प्रयोगशाला (state-of-the-art lab) की स्थापना की गई है, जो उद्योगों के साथ मिलकर अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देगी। साथ ही, विश्वविद्यालय ने स्टार्टअप्स के साथ इन्क्यूबेशन प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं ताकि नवाचार को वास्तविकता में बदला जा सके।
ऑनलाइन शिक्षा का विस्तार
DTU ने अपने ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म को भी विस्तार दिया है। अब छात्र 1 सप्ताह से लेकर कई महीनों तक के सर्टिफिकेट कोर्स ऑनलाइन कर सकते हैं। इसका उद्देश्य उन छात्रों को लाभ देना है जो किसी कारणवश पारंपरिक प्रवेश प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाते।
पर्यावरणीय योगदान और सरकारी सहयोग
DTU का पर्यावरण विज्ञान विभाग दिल्ली सरकार के यमुना पुनर्जीवन योजना और NDMC के ITO बाढ़ प्रबंधन परियोजना में शामिल है। साथ ही, विश्वविद्यालय ने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर उपराज्यपाल को एक प्रस्ताव भी सौंपा है।
इसके अलावा, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के साथ MoU के तहत, DTU अब 1.5 किमी से लंबे रोड टनल्स की सुरक्षा जांच के लिए एक विशेष केंद्र भी स्थापित करेगा।
एडमिशन और काउंसलिंग अपडेट
DTU ने 2025-26 के एडमिशन सत्र को लेकर भी जानकारी दी। JoSAA काउंसलिंग, क्लास आरंभ होने की तिथियां और ओरिएंटेशन शेड्यूल जारी कर दिया गया है। विश्वविद्यालय इंटरडिसिप्लिनरी शिक्षा मॉडल पर भी काम कर रहा है, जिससे छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में समान अवसर मिल सकें।