
ओपनएआई का चैटबॉट चैट-GPT बना दुनिया का पसंदीदा AI टूल, रोजाना देता है 250 करोड़ से ज्यादा जवाब
ओपनएआई द्वारा विकसित चैटबॉट चैट-GPT अब दुनियाभर में हर दिन 250 करोड़ से अधिक प्रॉम्प्ट्स (सवाल या टास्क) के जवाब दे रहा है। इनमें से 33 करोड़ प्रॉम्प्ट्स अकेले अमेरिका से आते हैं। दिसंबर 2024 में यह आंकड़ा लगभग 100 करोड़ प्रतिदिन था, यानी बीते 6 महीनों में इसके उपयोग में दो गुना से भी ज्यादा वृद्धि हुई है।
Axios की एक रिपोर्ट के अनुसार, चैट-GPT सालाना करीब 912.5 अरब सवालों के जवाब दे रहा है। तुलना करें तो गूगल पर हर साल करीब 5 ट्रिलियन सर्च (यानी प्रतिदिन करीब 1,370 करोड़) किए जाते हैं। ओपनएआई के प्रवक्ता रॉब फ्रीडलैंडर ने इन आंकड़ों की पुष्टि की है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत में भी चैट-GPT का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, खासतौर पर 25 से 34 साल की उम्र के युवा और स्टूडेंट्स के बीच इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है।

जल्द लॉन्च होगा OpenAI का AI-पावर्ड वेब ब्राउजर, सीधे करेगा कई काम
चैट-GPT बनाने वाली कंपनी OpenAI आने वाले कुछ हफ्तों में अपना खुद का AI-पावर्ड वेब ब्राउजर लॉन्च करने की तैयारी में है। यह ब्राउजर चैटGPT जैसे इंटरफेस पर आधारित होगा और कई काम सीधे वहीं पूरे कर देगा, जिससे यूजर्स को बार-बार अलग-अलग वेबसाइट्स पर जाने की जरूरत नहीं होगी।
ओपनAI की योजना है कि इस ब्राउजर में उसके अन्य AI टूल्स जैसे ‘ऑपरेटर’ को भी इंटीग्रेट किया जाए। इसके जरिए यूजर बुकिंग करना, फॉर्म भरना या अन्य ऑनलाइन टास्क भी सीधे ब्राउजर में ही पूरा कर सकेंगे।
हालांकि, OpenAI को गूगल क्रोम जैसे मजबूत प्रतिस्पर्धियों से टक्कर मिलेगी, जिसका 66% से ज्यादा मार्केट शेयर है और जिसके यूजर्स की संख्या 3 अरब से अधिक है। वहीं, Apple Safari 16% शेयर के साथ दूसरे स्थान पर है। ऐसे में OpenAI के ब्राउजर को खुद को स्थापित करने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।

ओपनAI: एक उन्नत और मानव-केंद्रित AI कंपनी
ओपनAI एक अग्रणी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्च और डेवलपमेंट कंपनी है, जिसकी स्थापना 2015 में एलन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ सहयोगियों ने मिलकर की थी। यह कंपनी खासतौर पर जेनेरेटिव AI और लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (जैसे कि ChatGPT) के निर्माण और विकास के लिए जानी जाती है।
ओपनAI का मुख्य उद्देश्य एक ऐसा AI विकसित करना है जो सुरक्षित, विश्वसनीय और मानव हितों के अनुकूल हो। कंपनी का फोकस इस बात पर है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का लाभ पूरी मानवता को मिल सके।
इसका मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थित है, और यह AI की दुनिया में लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है।
2015 में शुरू हुई थी OpenAI
OpenAI एक प्रमुख आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी है, जिसकी स्थापना 2015 में एलन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ सहयोगियों ने मिलकर की थी। यह कंपनी मुख्य रूप से जेनेरेटिव AI और लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (जैसे कि ChatGPT) के विकास के लिए जानी जाती है।
OpenAI का उद्देश्य है एक ऐसा सुरक्षित और मानव-केंद्रित AI विकसित करना, जो समाज के हित में काम करे। कंपनी का हेडक्वार्टर सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थित है और यह AI रिसर्च के क्षेत्र में दुनिया की सबसे अग्रणी संस्थाओं में से एक मानी जाती है।
चैट-GPT क्या है?
चैट-GPT का पूरा नाम है Chat Generative Pre-trained Transformer। यह ओपनAI द्वारा विकसित एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित चैटबॉट है। यह ऐसा सॉफ्टवेयर है जो मानव जैसी बातचीत करने में सक्षम है और यूजर्स के सवालों के जवाब बहुत ही स्वाभाविक और समझदारी से देता है।
चैट-GPT इंटरनेट पर उपलब्ध विशाल मात्रा में जानकारी को पढ़कर और समझकर जवाब देता है। हालांकि, यह उन्हीं सवालों के जवाब बेहतर तरीके से दे सकता है जिनसे संबंधित जानकारी पहले से इंटरनेट पर मौजूद है। यह नया डेटा नहीं बनाता, बल्कि उपलब्ध जानकारी के आधार पर उत्तर जनरेट करता है।
News Source: https://www.bhaskar.com/tech-auto/news/chat-gpt-is-answering-250-crore-questions-every-day-135511934.html
Digital News Tak Exclusive: https://digitalnewstak.com/%f0%9f%8e%a8-chatgpt-par-image-ko-kaise-generate-kare/
-
Rail Neer Price: अब और सस्ता मिलेगा रेलवे का पैकेज्ड पानी, जानें नई दरें
रेल नीर की कीमतों में गिरावट: यात्रियों के लिए बड़ी राहत भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए … Read more
1 thought on “Chat-GPT हर दिन दे रहा है 250 करोड़ सवालों के जवाब: बीते 6 महीनों में दोगुना हुआ AI प्लेटफॉर्म का उपयोग, सबसे ज्यादा प्रॉम्प्ट अमेरिका से किए जा रहे”