Handshake Controversy एशिया कप मैच के बाद क्यों भड़का पाकिस्तान?
एशिया कप 2025 में हुए India vs Pakistan मुकाबले ने खेल से ज्यादा चर्चा अपने Handshake Controversy की वजह से बटोरी। दरअसल, मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तान के खिलाड़ी हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन भारतीय खिलाड़ी तब तक ड्रेसिंग रूम लौट चुके थे। टॉस के समय भी दोनों कप्तानों के बीच रस्मी हैंडशेक नहीं हुआ था।
पाकिस्तान के कोच माइक हेसन ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“हम हाथ मिलाने के लिए तैयार थे। यह मैच का निराशाजनक अंत था।”
Handshake Controversy PCB ने क्यों की ICC में शिकायत?

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन मोहसिन नक़वी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि Handshake Controversy में मैच रेफ़री एंडी पाइक्रॉफ़्ट ने आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट और स्पिरिट ऑफ क्रिकेट का उल्लंघन किया।
उन्होंने लिखा:
“हमारे देश के सम्मान से बड़ा कुछ नहीं। मैच रेफ़री का व्यवहार अस्वीकार्य है।”
PCB ने इस मामले को आधिकारिक तौर पर ICC में शिकायत के तौर पर दर्ज कराया है।
BCCI का दो टूक जवाब
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इस विवाद पर स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय टीम या कप्तान सूर्यकुमार यादव ने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“Handshake Controversy सिर्फ़ एक गुडविल जेस्चर का मुद्दा है। यह कोई कानून नहीं है। खासकर ऐसी टीम से हाथ मिलाने की कोई बाध्यता नहीं, जिसके साथ रिश्तों में तनाव रहा हो।”
Handshake Controversy कप्तान सूर्यकुमार यादव ने क्या कहा?

कप्तान सूर्यकुमार यादव ने क्या कहा?
मैच के बाद जब सूर्यकुमार यादव से सवाल पूछा गया कि आखिर क्यों हाथ नहीं मिलाया गया, तो उन्होंने बेहद सधे हुए अंदाज में कहा:
“कुछ चीज़ें खेल भावना से भी बड़ी होती हैं।”
यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और Handshake Controversy ने और ज्यादा तूल पकड़ लिया।
क्या कहता है MCC का नियम?
क्रिकेट के नियम बनाने वाले मेरिलीबोन क्रिकेट क्लब (MCC) की गाइडलाइंस के मुताबिक, हैंडशेक कोई कानून नहीं है। MCC सिर्फ खेल की भावना और सम्मान की बात करता है।
इसमें कहा गया है कि:
- विरोधी टीम का सम्मान करें
- खेल को जमकर और निष्पक्षता से खेलें
- जीत पर जश्न मनाएं और हार पर विरोधी को बधाई दें
- मैच खत्म होने के बाद ऑफिशियल और विरोधी खिलाड़ियों को धन्यवाद कहें
स्पष्ट है कि हैंडशेक का ज़िक्र कहीं नहीं है। इसका मतलब है कि Handshake Controversy सिर्फ़ परंपरा पर आधारित है, न कि किसी नियम पर।
Handshake Controversy विवाद क्यों बना बड़ा मुद्दा?
India vs Pakistan मैच हमेशा से भावनाओं का खेल रहा है। मैदान पर खिलाड़ियों की हर गतिविधि लाखों फैन्स की नज़रों में होती है। इस बार भी, जीत से ज्यादा चर्चा Handshake Controversy की रही।
पाकिस्तान ने इसे “सम्मान” से जोड़कर ICC तक ले जाने का फैसला किया, वहीं भारतीय बोर्ड और कप्तान ने इसे नियम और बाध्यता से बाहर बताते हुए खारिज कर दिया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
- भारतीय फैंस ने कहा कि टीम इंडिया ने सही किया और खेल पर फोकस किया।
- पाकिस्तान फैंस का मानना है कि हैंडशेक न करना खेल भावना के खिलाफ है।
- क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी इस मामले में बंटे नज़र आए।
निष्कर्ष: Handshake Controversy या राजनीति?
यह कहना गलत नहीं होगा कि यह विवाद खेल से ज्यादा राजनीति और भावनाओं का हिस्सा बन गया है। क्रिकेट में हैंडशेक एक परंपरा जरूर है, लेकिन कोई बाध्यता नहीं।
अब देखना दिलचस्प होगा कि ICC इस मामले में क्या कदम उठाती है और क्या Handshake Controversy भविष्य में India vs Pakistan मुकाबलों की कड़वाहट को और बढ़ाएगी।
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Disclaimer
यह लेख उपलब्ध समाचार स्रोतों और रिपोर्ट्स पर आधारित है। हमारा उद्देश्य केवल जानकारी देना है, किसी भी पक्ष विशेष का समर्थन या विरोध करना नहीं।
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