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महिला सशक्तिकरण की खुली पोल: थाने में दरोगा ने की अभद्रता, पीड़िता की बिगड़ी तबीयत

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महिला सशक्तिकरण की जमीनी हकीकत उजागर

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के परसपुर थाना परिसर में हुई एक घटना ने महिला सशक्तिकरण की जमीनी हकीकत को उजागर कर दिया है। एक महिला ने थाने में ही मौजूद दरोगा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का दावा है कि जब वह शिकायत दर्ज कराने गई तो वहां मौजूद दरोगा ने उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, गाली-गलौज की और धमकी भी दी।

इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली और संवेदनशीलता पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।

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पीड़िता के अनुसार थाने में हुआ दुर्व्यवहार

घटना बीते शुक्रवार की है जब परसपुर थाना क्षेत्र के ग्राम डुंडी की रहने वाली महिला, अपने नाबालिग बेटे गिरीराज (उम्र 17 वर्ष) के साथ एक शिकायत लेकर थाने पहुंची थी। वहां उनकी मुलाकात दरोगा राहुल गुप्ता से हुई। महिला ने बताया कि खेत में पानी भरने से जुड़ा विवाद सुलझाने के लिए वह थाने आई थी।

हालांकि, थाने में शिकायत लेने के बजाय दरोगा ने महिला और उसके बेटे के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। महिला का कहना है कि दरोगा ने उसे धमकाते हुए जेल भेजने और झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही।


बेटे के सामने अपमान, गालियों से बौखलाई महिला बेहोश

पीड़िता ने आरोप लगाया कि दरोगा ने उसके नाबालिग बेटे को भी नहीं बख्शा। उसे भी अपशब्द कहे गए और मानसिक रूप से डराया गया। इस पूरे अपमानजनक व्यवहार के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और वह थाने में ही बेहोश हो गई।

थाना परिसर में महिला की बेहोशी के बाद हड़कंप मच गया और उसे तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परसपुर ले जाया गया।


जिला अस्पताल से अयोध्या किया गया रेफर

प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे श्रीराम हॉस्पिटल, अयोध्या के लिए रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि महिला को मानसिक आघात के कारण गंभीर दौरे पड़ने लगे थे, जिसके बाद उसके बेटे ने अन्य ग्रामीणों की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया।

पीड़िता के बेटे ने आरोप लगाया कि थाने में हुई इस घटना का असर उनकी मां की मानसिक स्थिति पर गहरा पड़ा है।


SP से की गई शिकायत, न्याय की मांग

महिला ने थाने में दरोगा द्वारा की गई अभद्रता के खिलाफ गोंडा जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) से लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पूरे घटनाक्रम को विस्तार से बयान किया और दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

महिला ने बताया कि थाने में पुलिसकर्मी से न्याय मिलने के बजाय उन्हें मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी, जो लोकतंत्र और कानून व्यवस्था के लिए शर्मनाक है।


दरोगा पर दर्ज हो सकती है FIR

सूत्रों के अनुसार, महिला की लिखित शिकायत को संज्ञान में लेते हुए पुलिस विभाग ने मामले की आंतरिक जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच अधिकारी के तौर पर हरिशंकर यादव नामक सिपाही को नियुक्त किया गया है। उन्होंने महिला और उनके बेटे से संपर्क कर बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है।

यदि महिला के आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित दरोगा पर FIR दर्ज की जा सकती है।


महिला अधिकार संगठनों ने की घटना की निंदा

स्थानीय महिला संगठनों ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि महिला थाने में भी सुरक्षित नहीं हैं तो आम महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा? इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जल्द ही प्रदर्शन की योजना बनाई जा रही है।

एक महिला संगठन की प्रतिनिधि ने कहा, “महिला सशक्तिकरण सिर्फ कागजों पर ही रह गया है, जबकि थानों में महिलाओं को अपमान का सामना करना पड़ रहा है।”


जनता में आक्रोश, पुलिस पर उठे सवाल

इस शर्मनाक घटना के बाद परसपुर क्षेत्र में पुलिस के प्रति लोगों का गुस्सा साफ दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि एक पीड़िता थाने में जाकर शिकायत करने पर अपमानित होती है, तो बाकी आमजन को न्याय कैसे मिलेगा?

ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपी पुलिसकर्मी को तत्काल निलंबित किया जाए और पीड़िता को उचित न्याय दिया जाए।


पर भरोसा टूटता नजर आ रहा

यह घटना सिर्फ एक महिला के अपमान की कहानी नहीं है, बल्कि यह सिस्टम की असंवेदनशीलता की मिसाल बन गई है। जब थाने में बैठे अधिकारी ही कानून का दुरुपयोग कर रहे हों, तब आम जनता का भरोसा टूटना स्वाभाविक है।

इस मामले में जरूरी है कि निष्पक्ष जांच हो और पीड़िता को न्याय मिले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।


Disclaimer:

यह लेख एक समाचार रिपोर्ट पर आधारित है और इसमें दी गई जानकारी उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों व पीड़िता के आरोपों पर आधारित है। किसी भी व्यक्ति की छवि को नुकसान पहुंचाना इस लेख का उद्देश्य नहीं है। मामले की जांच संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही है, और अंतिम निर्णय जांच निष्कर्षों पर आधारित होगा।

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Prashant srivastava

प्रशांत श्रीवास्तव Digital News Tak के संस्थापक हैं। यह एक भरोसेमंद हिंदी समाचार प्लेटफॉर्म है, जहाँ पाठकों को देश-दुनिया की ताज़ा घटनाएं, मनोरंजन समाचार और ताज़ा खबरें हिंदी में सबसे पहले और सटीक रूप से मिलती हैं। Digital News Tak आज लाखों लोगों की पसंदीदा जगह है भरोसेमंद हिंदी समाचारों के लिए।

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