
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा 2025 के दौरान श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया, लेकिन साथ ही उन्होंने शिवभक्तों को एक कड़ा संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव सिर्फ विनाश के नहीं, बल्कि लोककल्याण के देवता हैं। उनकी आराधना करते हुए हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि समाज और सार्वजनिक व्यवस्था के प्रति हमारी भी कुछ जिम्मेदारियां हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार और प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा, सफाई और यातायात से जुड़ी तमाम व्यवस्थाएं पहले से ही दुरुस्त की हैं। पुलिस, प्रशासन और सफाई कर्मचारी अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं को भी अनुशासन का पालन करना जरूरी है। यात्रा में लाखों लोग हिस्सा लेते हैं, ऐसे में अगर कोई भी नियम तोड़ता है या सार्वजनिक जगहों को गंदा करता है, तो उससे पूरी यात्रा की गरिमा प्रभावित होती है।

सीएम योगी ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि चौराहों, सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी न फैलाएं। उन्होंने कहा कि “सफाईकर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन हमें भी यह ध्यान रखना होगा कि हम जहां से गुजरें, वहां स्वच्छता बनी रहे। यह यात्रा केवल धार्मिक भावना नहीं, बल्कि सामाजिक अनुशासन का प्रतीक भी होनी चाहिए।”
उन्होंने शिवभक्तों से अपील की कि वे दूसरों की परेशानी को समझें, तेज आवाज में डीजे न बजाएं, यातायात बाधित न करें और खासकर किसी भी तरह की तोड़फोड़ या उपद्रव में शामिल न हों। सीएम योगी ने साफ शब्दों में कहा कि “जो श्रद्धालु की आड़ में उपद्रव करेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सीसीटीवी फुटेज की मदद से उन्हें चिन्हित किया जा रहा है और यात्रा के बाद उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गली-गली उनके पोस्टर लगाए जाएंगे और कानून के तहत उन्हें बुलाया जाएगा।”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर धार्मिक यात्रा को बदनाम करने की कोशिशें हो रही हैं, ऐसे में हर भक्त को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अफवाह या भड़काऊ गतिविधि से दूर रहना चाहिए।
इस पूरे संदेश के ज़रिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कर दिया कि कांवड़ यात्रा में भक्ति के साथ-साथ अनुशासन, स्वच्छता और सामाजिक ज़िम्मेदारी भी उतनी ही ज़रूरी है।