
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में क्रॉनिक वेनस इनसफिशिएंसी (Chronic Venous Insufficiency) नामक नसों की बीमारी से ग्रसित पाए गए हैं। व्हाइट हाउस द्वारा जारी जानकारी में बताया गया कि ट्रंप की इस स्थिति में पैरों की नसें ख़ून को ठीक से दिल तक नहीं पहुंचा पातीं, जिससे पैरों में सूजन और भारीपन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
क्या है क्रॉनिक वेनस इनसफिशिएंसी?
यह एक आम लेकिन अक्सर अनदेखी की जाने वाली नसों की समस्या है। इस स्थिति में पैरों की नसों और उनके वाल्व (valves) की कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिससे रक्त वापस पैरों में जमा हो जाता है और सूजन, दर्द, त्वचा में बदलाव जैसे लक्षण दिखते हैं। यह बीमारी अधिक उम्र, मोटापा, लंबे समय तक खड़े रहने, या खून के थक्के की हिस्ट्री वाले लोगों में अधिक पाई जाती है।
ट्रंप के स्वास्थ्य पर क्या असर?
79 वर्षीय ट्रंप के पैरों में सूजन और हाथों पर नीले निशानों की तस्वीरें सामने आने के बाद लोगों में चिंता बढ़ गई थी। हाल ही में हुई स्वास्थ्य जांच में पाया गया कि ट्रंप को डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) या धमनियों की गंभीर बीमारी नहीं है। उनकी सभी रिपोर्ट्स सामान्य हैं और व्हाइट हाउस के डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि ट्रंप पूरी तरह से मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं।

हाथों पर पड़े नीले निशानों का कारण?
हाल के महीनों में ट्रंप के हाथों पर पड़े नीले निशानों को लेकर सोशल मीडिया पर कई अटकलें लगाई गईं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये निशान अधिक हैंडशेक (जोर से हाथ मिलाना) और एस्पिरिन (Aspirin) जैसी ब्लड थिनर दवाओं के कारण हो सकते हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर पर ऐसे निशान पड़ने की संभावना बढ़ जाती है, खासकर अगर व्यक्ति ब्लड थिनर ले रहा हो।

इलाज और बचाव के उपाय
विशेषज्ञों के अनुसार क्रॉनिक वेनस इनसफिशिएंसी कोई जानलेवा बीमारी नहीं है और इसे आसानी से मैनेज किया जा सकता है।
✅ कंप्रेशन स्टॉकिंग्स पहनना
✅ रात को पैरों को ऊंचा करके सोना
✅ नियमित एक्सरसाइज
✅ वजन नियंत्रित रखना
✅ नम और अच्छी क्रीम से पैरों की मालिश
डॉक्टरों की राय
वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी के वेस्कुलर सर्जरी प्रमुख डॉ. मैथ्यू एडवर्ड्स और टेक्सास यूनिवर्सिटी की डॉक्टर मेरिल लोगन दोनों ने बताया कि यह बीमारी 70 साल से अधिक उम्र के लोगों में आम है और ट्रंप की स्थिति चिंताजनक नहीं है।