बर्मिंघम टेस्ट में गिल और आकाश दीप का जलवा, अरुण लाल बोले – “गिल ऑटो-पायलट कप्तान नहीं हैं, और यही मुझे पसंद है”
बर्मिंघम | जुलाई 2025:
भारत और इंग्लैंड के बीच हुए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी करते हुए 336 रनों से धमाकेदार जीत दर्ज की। इस मुकाबले में दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहे — कप्तान शुभमन गिल और तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अरुण लाल ने इन दोनों खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की और कहा कि टीम पर शुभमन गिल की शांत नेतृत्वशैली और आत्मविश्वास का गहरा असर पड़ रहा है। अरुण लाल ने गिल की कप्तानी को लेकर कहा,
“गिल ऑटो-पायलट कप्तान नहीं हैं, और यही बात मुझे उनकी सबसे ज्यादा पसंद है। वह धैर्यवान हैं, फैसले सोच-समझकर लेते हैं और टीम को दिशा दिखाते हैं।”
आकाश दीप का दमदार प्रदर्शन: 10 विकेट, आत्मविश्वास में जबरदस्त इज़ाफा
बर्मिंघम टेस्ट में 28 वर्षीय आकाश दीप ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल 10 विकेट चटकाए। पहली पारी में 4/88 और दूसरी पारी में 6/99 लेकर उन्होंने मैच में 10/187 के आंकड़े के साथ इंग्लैंड की कमर तोड़ दी।
अरुण लाल ने कहा,
“उसकी काबिलियत पर कभी कोई सवाल नहीं था। वह मेहनती, तेज़ और मजबूत है। पहले उसमें आत्मविश्वास की कमी थी, लेकिन अब वो ज्यादा समझदारी से गेंदबाज़ी कर रहा है।”
उन्होंने आगे कहा,
“वह अब हर गेंद पर विकेट ढूंढने की कोशिश नहीं करता, बल्कि प्लान के साथ गेंदबाज़ी करता है। 145 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाज़ी करता है और साझेदारी तोड़ने की खासियत रखता है।”
आकाश दीप की संघर्षपूर्ण कहानी
अरुण लाल ने बताया कि आकाश दीप की पृष्ठभूमि साधारण रही है और शुरुआत में उसे खुद पर भरोसा नहीं था।
“वह नहीं समझता था कि वह कितना अच्छा है। उसे लगता था कि वह भारत के लिए नहीं खेल सकता। मैंने उसे समझाया कि ये तो बस शुरुआत है — ‘रणजी जीतना है, भारत खेलना है और लंबे समय तक भारत के लिए खेलना है।'”
कप्तान गिल का बल्ले से धमाका
जहां एक ओर आकाश दीप गेंद से कमाल कर रहे थे, वहीं कप्तान शुभमन गिल ने बल्ले से कमाल किया। गिल ने पहली पारी में 269 रन और दूसरी पारी में 161 रन बनाकर कुल 430 रनों का विशाल योगदान दिया। यह किसी भारतीय कप्तान द्वारा टेस्ट मैच में दूसरा सबसे बड़ा योगदान है।
सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर
पहला टेस्ट लीड्स में हारने के बाद भारत ने बर्मिंघम में शानदार वापसी करते हुए पांच मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया है। अब सभी की निगाहें तीसरे टेस्ट पर टिकी हैं, जो सीरीज की दिशा तय कर सकता है।

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